जैव प्रौद्योगिकी संकाय @ KSMU 

    

    

विशेषता - "जैव प्रौद्योगिकी"

योग्यता - इंजीनियर

पाठ्यक्रम की अवधि - 5 साल

जैव प्रौद्योगिकी संकाय की स्थापना 1992 में की गई थी. विगत 15 से अधिक वर्षों के दौरान संकाय ने औषधि पदार्थों के वाणिज्यिक उत्पादन और इन पदार्थों के आधार पर निर्मित दवाओं के क्षेत्र में 400 से अधिक इंजीनियरों को तैयार किया है. संकाय के 8 स्नातक विज्ञान क्षेत्र के उम्मीदवार बने हैं और 15 अपनी पीएच.डी. थीसिस पर काम कर रहे हैं. अनेक स्नातक उद्यमों और अनुसंधान तथा विकास केन्द्रों में संगठन विभागों के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं.

छात्र 28 विभागों में अध्ययन करते हैं. शिक्षण स्टाफ में 36 प्रोफेसर, 28 डोसेंट्स (docents), 2 रूसी संघ के सम्मानित वैज्ञानिक कार्यकर्ता, आरएफ के उच्च विद्यालय के सम्मानित कार्यकर्ता, विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय और रूसी अकादमियों के 12 से अधिक समतुल्य सदस्य शामिल हैं. पाठ्यक्रम में विषयों के 4 खंड शामिल हैं: मानविकी, सामाजिक-आर्थिक, गणितीय और वैज्ञानिक, पेशेवर और विशेष विषय.

संकाय के स्नातक रासायनिक-औषध उद्यमों, जैव कारखानों, फर्मेंट और किण्वन उद्यमों (ब्रुअरीज, कन्फेक्शनरी, डेयरी उद्यमों और खाद्य उद्योग के अन्य उद्यमों) में मेकेनिकल इंजीनियर के रूप में; प्रोफ़ाइल उद्यमों, विशेषज्ञ-अपराधिकता केन्द्रों, सफाई सेवाओं, मानकीकरण केन्द्रों की रासायनिक प्रयोगशालाओं में रासायनिक इंजीनियर के रूप में; वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थानों में अनुसंधान सहायक के रूप में और माध्यमिक विशेष और उच्चतर शिक्षा के शैक्षिक संस्थानों में शिक्षकों के रूप में कार्य कर सकते हैं.

 

दो विशेषज्ञताओं के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम भी उपलब्ध हैं: जैव प्रौद्योगिकी; प्रणालीगत विश्लेषण, मेडिकल क्षेत्र में प्रबंधन और सूचना संसाधन.